डी ए वी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद की आर्य समाज इकाई एवं आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि उप सभा हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में 11 से 19 अगस्त 2022 तक 'वेद प्रचार सप्ताह' बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस सप्ताह के अंतर्गत महाविद्यालय में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिनका विवरण इस प्रकार से है÷
11 अगस्त 2022 को महाविद्यालय यज्ञशाला में दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के उपरांत इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमित शर्मा ने श्रावणी उपाकर्म तथा रक्षाबंधन की सभी को बधाई दी।संस्कृत दिवस के उपलक्ष्य में संस्कृत भाषा के महत्व से सभी को अवगत कराया। इस अवसर पर संस्कृत विभाग के विद्यार्थी तथा एन एस एस के स्वयंसेवक छात्र उपस्तिथ रहे।
दिनांक 12 अगस्त 2022 को महाविद्यालय के गैर शैक्षणिक विभाग के कर्मचारियों द्वारा दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री राम कुमार जी यज्ञब्रह्म की भूमिका में रहे तथा इस कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत विभागाध्यक्ष यज्ञाचार्य डॉ अमित शर्मा संस्कृत विभाग रहे। उन्होंने यज्ञ के महत्व पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर श्री अजय कुमार, संजीत कुमार, दयाराम गुलशन, हवा सिंह, दिनेश, सुरेन्द्र,विशाल आदि उपस्तिथ रहे।
14 अगस्त 2022 को डी ए वी शताब्दी महाविद्यालय फरीदाबाद द्वारा यू जी सी के निर्देशानुसार 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के रूप में मनाया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय सभागार में भारत विभाजन से संबंधित एक लघु चलचित्र तथा विभाजन से संबंधित चित्रों को दर्शाया गया। इस अवसर पर श्री अशोक भारद्वाज, सेवानिवृत डी पी आर ओ तथा दैनिक कलश जागरण समाचार पत्र की संपादिका मनीषा जी भी उपस्तिथ रहे। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने इस फ़िल्म को देखा तथा उस भयावहता को देखा। महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ विजयवंती ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस बंटवारे में हुई हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा। बहुत लोग इस विभाजन में काल कवलित हो गए। यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवता की भावना भी बढ़ेगी। अंत मे राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रोफेसर मुकेश बंसल, डॉ अर्चना भाटिया, डॉ रुचि अरोड़ा,डॉ शिवानी,डॉ अंजू गुप्ता आदि सभी प्राध्यापक उपस्तिथ रहे।
15 अगस्त 2022 को 76वाँ स्वतंत्रता दिवस तथा आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत वेद प्रचार सप्ताह महाविद्यालय प्रांगण में बहुत ही हर्षोल्लास एवं धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्यातिथि ब्रिगेडियर ललित मोहन भोले जी ने तिरंगे को फहराया और झण्डे को सलामी दी। मैडम सुनीता डुडेजा कप्तान गर्ल्स विंग के सानिध्य में महाविद्यालय एन सी सी छात्राओं की टुकड़ी ने झण्डे को सलामी दी। महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्या डॉ विजयवंती के साथ मैडम शुभ तनेजा, प्रो मुकेश बंसल, डॉ अर्चना भाटिया,डॉ सुनीति आहूजा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। डॉ विजयवंती ने भारतीय तिरंगे की विशेषताओं से सभी को अवगत कराया और सभी को तिरंगे की शान को बनाये रखने का आव्हान किया। डॉ शुभ तनेजा ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभ कामनायें दी। डॉ अर्चना भाटिया ने कहा कि आज भी यदि हम खुली सांस ले रहे हैं उसका सबसे बड़ा श्रेय हमारे सैनिकों को जाता है। राष्ट्रप्रेम से ही आज ये संभव हो पाया है। पिछले 10 दिन से महाविद्यालय में अनेक कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। उसी कड़ी में विद्यार्थियों द्वारा कुछ रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के छात्र पंकज उपाध्याय ने ए मेरे वतन के लोगों गाना गाकर सभी का मन मोह लिया। बी एस सी की छात्रा क्षमा ने 'हर कर्म अपना करेंगे, गाना गाकर सभी में राष्ट्रीयता की भावना जागृत की। छात्र शन्तु ने देशभक्ति गीत पर बहुत ही अच्छा नृत्य पेश किया। छात्रा कविता तथा काजल ने भी नृत्य की प्रस्तुति दी।बीजेएमसी विभाग के छात्रों ने स्वतंत्रता सेनानियों को लेकर एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। रोशनी संस्था के बच्चों ने नृत्य एवं नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। उनकी प्रस्तुतियों को देखकर सारा प्रांगण तालियों से गुंजायमान हो गया। कार्यक्रम के मुख्यातिथि ब्रिगेडियर ललित मोहन भोले जी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि इन 75 वर्षों में भारतीय सेना ने बहुत लड़ाईयां लड़ी ओर विजय प्राप्त की। सीमा पर तो भारतीय सेना तैनात है परंतु आन्तरिक सुरक्षा की जिम्मेवारी हमारी खुद की है और इसके लिए हमें हमेशा तैयार रहना होगा। इसके पश्चात अमृत महोत्सव के अंतर्गत महाविद्यालय में चल रही प्रतियोगियों में विजय प्रतिभागियों को उपहार वितरित किये गए। कार्यक्रम के संयोजक प्रो मुकेश बंसल तथा डॉ अर्चना भाटिया रहीं। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर मुकेश बंसल ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों के साथ विद्यार्थी तथा रोशनी संस्था के सभी बच्चे उपस्तिथ रहे।
16 अगस्त 2022 को महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया तथा शहीद उधम सिंह को लेकर एक लघु व्याख्यान का आयोजन हुआ।यज्ञ के उपरान्त कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमित शर्मा ने शहीद उधम सिंह जी के जीवन से सभी को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एक अनाथालय में पले बडे क्रांतिकारी सरदार उधम सिंह ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाई। भारत के इतिहास में उनका नाम अमर है। उन्होने जालियाँवाला बाग हत्याकांड के उत्तरदायी जनरल डायर को लन्दन में जाकर गोली मारी और निर्दोष लोगों की हत्या का बदला लिया | उनकी जयंती पर माँ भारती के लाल की इस वीरता को हम प्रणाम करते हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय की आर्य समाज इकाई की मंत्री डॉ सुनीति आहूजा,प्रो मुकेश बंसल, डॉ ललिता ढींगड़ा, डॉ बिंदु,मैडम आरती एवं वाणिज्य विभाग के सभी प्राध्यापक उपस्तिथ रहे।
17 अगस्त 2022 को महाविद्यालय के बी बी ए विभाग द्वारा दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के उपरांत भजनों का कार्यक्रम हुआ। महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने बहुत ही सुंदर भजन गाये गए। इस अवसर पर महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ सविता भगत ने यज्ञब्रह्म का स्थान ग्रहण किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमित शर्मा ने यागाचार्य का स्थान ग्रहण किया। इस अवसर पर बी बी ए विभाग की डीन डॉ सुरभि मंगला,विभागाध्यक्षा डॉ अंकिता मोहिंद्रा,मैडम रीटा,मैडम मीनाक्षी कौशिक,मैडम स्नेहलता,मैडम ओमिता जोहर,मैडम किरण कालिया,डॉ निशा सिंह,डॉ स्मृति शर्मा,डॉ रश्मि रतूड़ी,मैडम भारती,डॉ मीनाक्षी हुड्डा, बी एस सी विभाग की डीन डॉ प्रिया कपूर आदि प्राध्यापक उपस्तिथ रहे।
दिनांक 18 अगस्त 2022 को महाविद्यालय के बी ए, बी एस सी तथा शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय आर्य समाज इकाई की मंत्री डॉ सुनीति आहूजा ने यज्ञब्रह्म का स्थान ग्रहण किया। यज्ञ के उपरांत उन्होंने सभी को आर्य समाज के नियमों से अवगत कराया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अमित शर्मा ने यज्ञाचार्य का पद ग्रहण किया। इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ नरेंद्र दुग्गल ने यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि हवन ऋषि-मुनियों की एक प्राचीन वैदिक परंपरा है। जिससे वातावरण की शुद्धि होती है। यज्ञ या हवन केवल पूजा पाठ की पद्धति नहीं, बल्कि एक बहुत बड़ा वैदिक अनुसंधान विज्ञान है। जिसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के भयंकर रोगों को भी दूर किया जा रहा है। पिंड और ब्रह्मांड की शुद्धता के लिए हवन बहुत जरूरी है। यज्ञ के माध्यम से पंचतत्व की शुद्धता होती है और उन्हीं पंच तत्वों से मिलकर हमारे शरीर का निर्माण हुआ है। यज्ञ हमारे शरीर के लिए भी बहुत लाभकारी है।इस अवसर पर राजनीति शास्त्र विभाग से मैडम शिवानी,बी एस सी विभाग की डीन डॉ प्रिया कपूर, डॉ राजकुमारी,मैडम सुजाता,मैडम ममता,मैडम कमलेश, योगाचार्य श्री उमेश कुमार, संजीत कुमार,दयाराम, विशाल आदि उपस्तिथ रहे।
दिनांक 20 अगस्त 2022 को
'वेद प्रचार सप्ताह' तथा आजादी के अमृत महोत्सव के अंतिम दिन दैनिक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के उपरांत भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद हुए वीरों के नाम पर वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर आर्य प्रतिनिधि उप सभा हरियाणा के प्रधान डॉ के एल खुराना जी मुख्यातिथि के रूप में रहे। उन्होंने वेद प्रचार सप्ताह के आयोजन के लिए महाविद्यालय आर्य समाज इकाई एवं सभी प्राध्यापकों को बधाई दी। उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आर्य समाज का मुख्य लक्ष्य व्यक्ति को श्रेष्ठ एवं संस्कारवान बनाना है। आर्य समाज की स्थापना से लेकर आज तक यदि देखें तो आर्य समाज ने अनेक वीरों को जन्म दिया जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपने प्राणों की आहुति तक दे दी। व्यक्ति को चाहिए कि उसको जो पसन्द है उसको हासिल करना सीखें या फिर जो हासिल है उसको पसंद करना सीख ले। इसी में जीवन की सुंदरता है। उन्होंने अपने जीवन के अनेक उदाहरण दिए और बताया कि व्यक्ति किस प्रकार सफलता की सीढ़ी चढ़ सकता है।महाविद्यालय की कार्यकारी प्राचार्या डॉ सविता भगत ने खुराना जी का महाविद्यालय आगमन पर पुष्पगुच्छ के साथ अभिवादन किया। उन्होंने सभी को जन्माष्टमी पर्व की बधाई दी और वेद प्रचार सप्ताह में हुई गतिविधियों से सभी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि योगेश्वर कृष्ण एक श्रेष्ठ यागिक थे। वे प्रतिदिन यज्ञ करते थे। हमें भी उनका अनुसरण करना चाहिए।उनकी युद्ध मे शस्त्र न उठाने की प्रतिज्ञा थी लेकिन पांडवों की विजय में श्रीकृष्ण की सबसे बड़ी भूमिका थी। अपनी विद्वता के बल पर ही उन्होंने पांडवों को विजय दिलाई। हमें उनके द्वारा बताए मार्ग पर चलना चाहिए और यज्ञ के प्रति श्रद्धा और विश्वास होना चाहिए। शांति मंत्र के साथ इस वेद प्रचार सप्ताह का समापन हुआ। कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ अमित शर्मा ने यज्ञाचार्य का पद अलंकृत किया। इस अवसर पर प्रो मुकेश बंसल, महाविद्यालय आर्य समाज संयोजिका डॉ अर्चना सिंघल, डॉ अंजू गुप्ता, मैडम शिवानी, डॉ सुरभि मंगला, मैडम अंकिता, मैडम रचना कसाना, श्री अमित कुमार, डॉ रेखा मैत्रा,डॉ प्रिया कपूर,डॉ राजकुमारी,डॉ मीनाक्षी हुड्डा आदि प्राध्यापक तथा गैर शैक्षणिक कर्मचारियों में आर्य समाज इकाई कोषाध्यक्ष श्री अशोक मंगला जी, श्री एस एस तिवारी,श्री रवि धीमान,श्री महेश चंद,श्री संजीत कुमार, श्री अजय कुमार,श्री गुलशन शर्मा आदि उपस्तिथ रहे।