एक दिवसीय लिंग संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन

एनआईटी 3 स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज में सोमवार को एक दिवसीय लिंग संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें 750 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता डॉ शेफाली नागपाल थी। उन्होंने लिंग संवेदीकरण के विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि महिलाएं या पुरुषों में से किसी एक वर्ग को विशेष सुविधा दी जाए जबकि दूसरे वर्ग को पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से उन विशेष सुविधाओं से वंचित रखा जाए वह भी ऐसी स्थिति में जब दोनों को उन सुविधाओं की आवश्यकता बराबर है उसे लिंग संवेदीकरण या लिंग भेदभाव कहा जाता है उन्होंने कहा कि हमारे देश में सभी को समानता का मौलिक अधिकार है युवा वर्ग की यह जिम्मेदारी है कि वह आगे आए और सभी को साथ लेकर एक नए समाज, एक नए देश का निर्माण करें जहां सभी बराबर हो। प्राचार्य डॉ सतीश आहूजा जी ने कहा कि वर्ग समाज राष्ट्र प्रगति करते हैं जब कोई भेदभाव ना हो। डीएवी कॉलेज का हमेशा यही प्रयास रहा है कि छात्र व छात्रा दोनों को समान अवसर प्राप्त हो। कार्यक्रम में डॉ सुनीता आहूजा जी , मुकेश बंसल जी, ललित ढींगरा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की इंचार्ज रितु खेड़ा थी। अंत में सुमन तनेजा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया |