सात दिवसीय कार्यशाला में सिनेमा ,रेडियो और टेलविजन की सीखी बारीकियां |

डी ए वी शताब्दी महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ सतीश आहुजा जी के कुशल नेतृत्व में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा आयोजित मीडिया वीक के तीसरे दिन मॉक इंटरव्यू का आयोजन किया गया। जिसमें छात्रों को इंटरव्यू वीडियोज दिखाए गए साथ ही इंटरव्यू के समय होने वाली गलतियों के बारे में बताया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता रचना कसाना रही।

मीडिया वीक के चौथे दिन मिज़ो सीन कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें वाई एम सी ए यूनिवर्सिटी की डॉ तरुना नरूला ने रिसोर्स पर्सन के रूप में शिरकत की। उन्होंने छात्रों को दृश्य रचना की बारीकियों से अवगत कराया और रशियन, फ्रेंच एवं भारतीय फिल्मों के विडियोज दिखाकर  मिज़ो सीन के बारे में समझाने की कोशिश की। कार्यशाला में असिस्टेंट चंदा वर्मा ने विद्यार्थियों को मीडिया जगत में आए न‌ए ट्रेंड्स की‌‌ जानकारी दी।

सत्र के पांचवें दिन टी वी पत्रकारिता पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में डॉ देवेंद्र शुक्ला (राजनीतिक विश्लेषक एवं टी वी जर्नलिस्ट) ने बतौर वक्ता शिरकत की। उन्होंने विद्यार्थियों को पैकेज निर्माण, एंकर लिंक, प्रोडक्शन टीम, कॉपीराइटर आदि की जानकारी दी।

वर्कशॉप के छठे दिन विद्यार्थियों को पत्रकारिता के उस स्तंभ से रूबरू कराया गया जिसने पूरी दुनिया को ध्वनि के माध्यम से जोड़ रखा है। जिसे रेडियो के नाम से जाना जाता है। रेडियो कार्यशाला में सुरेश वर्मा (जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली) ने मुख्य वक्ता शिरकत की। सुरेश वर्मा  का स्वागत प्राचार्य डॉ सतीश आहुजा जी, डॉ सुनीति आहूजा जी ने किया। अपने संबोधन में वर्मा ने कम्युनिटी रेडियो, डिजिटल रेडियो के बारे में विद्यार्थियों को बताया। डॉ सुनीति आहूजा जी ने विद्यार्थियों को पत्रकारिता जगत से संबंधित नए रुझानों से परिचित कराया और साथ ही उन्होंने बताया कि वही व्यक्ति जीवन में सफल हो सकता है जो अच्छा वक्ता होने के साथ-साथ अच्छा श्रोता भी हो। इस मौके पर कॉलेज प्राचार्य डॉ सतीश आहुजा जी ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी और साथ ही पूरा कार्यक्रम आयोजित करने के लिए डॉ सुनीति आहूजा जी, रचना कसाना और चंदा वर्मा को धन्यवाद कहा।