Honourable Vice Chancellor MDU Rohtak Professor Rajbir Singh graced the valedictory session as Chief Guest of Two Day Interdisciplinary National Conference
The IQAC cell of DAV Centenary College, Faridabad organised a two-day Interdisciplinary National Conference on “Innovative Research in Language, Science and Management (IRLSM) sponsored by NAAC under the leadership of Dr. Satish Ahuja, Principal & Conference Director along with Conveners Dr. Suniti Ahuja, Mr. Mukesh Bansal and Mr. Arun Bhagat & members of organising team.
The main objective of the conference was focused on emerging areas of study and innovative research practices in Management, Science and Language in order to enhance its scope in various fields. A total of 267 participants from different state of India participated and 203 researcher presented their research papers in the conference which was followed by four technical sessions respectively. The inaugural session begins with lamp lighting by the Chief Guest Shri Satya Bhushan Arya, additional District and Session Judge. The former Vice Chancellor of B.P.S. University Sonipat, Khanpur Professor.(Dr) Asha Kadhyan was the Guest of Honour. The first technical session was chaired by Dr. Ravindra Vinayak, director of Delhi School of Professional Studies, New Delhi. The theme of the first session was “Innovative Research in the field of Management and Commerce” followed by 15 Sub-themes. A total of 115 participates attended and 78 participants presented their papers in the session. The second technical session on “Language (English and Hindi)” was shared by Professor Dr. Randeep Rana from MDU Rohtak. Under 12 sub-themes a total of 46 participants attended and 41 papers were presented simultaneously in IQAC room.
The Second day with the third technical session on the theme “Science” under 20 sub themes was shared by Professor Dr. R. S. Chillar MDU, Rohtak. A total of 88 participants attended that session and 67 research papers were presented in the session. The concluding fourth technical session under the theme ‘Value Added Higher Education’ with five Sub-themes was chaired by Dr. Neelam Saxena from Amity University, Noida. Total 18 participants attended and 17 research papers were presented in the session.
The Chief Guest of the valedictory session was Professor Rajbir Singh, honourable Vice Chancellor MDU Rohtak. Many eminent guest graced the occasion with their beaning presence. The guest of honour of the valedictory session was Mr. Karan Chowdhery, CEO of Qzaie Consulting Pvt. Ltd. The eminent speaker was Dr. I.J. Mittal, Master Trainer, Govt. of India, New Delhi. On this occasion, Mr. Mukesh Bansal has presented the valedictory report.
Principal Dr. Satish Ahuja congratulated the Convener Dr. Suniti Ahuja, Mukesh Bansal, Arun Bhagat Organising Secretary Dr. Ruchi, Dr. Jitender Dhull, Dr. Ankur, Ankita, Lalita Dhingra, Anjali Manchanda, Minakshi and all the participant for successful execution of National Conference.
राष्ट्र नवनिर्माण में शोधकर्ताओं कि अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका : कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह
- देश के 11 राज्यों से शोधकर्ताओं ने भाग लिया
- राष्ट्रीय संगोष्ठी में कुल 267 प्रतिभागियों ने भाग लिया
- सामाजिक, वैज्ञानिक व् पर्यावरण के बदलाव में शोधकर्ताओं कि अहम भूमिका
- राष्ट्र नवनिर्माण में शोधकर्ताओं कि अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका
एन एच 3 स्थित डी ए वी शताब्दी कॉलेज फरीदाबाद के आईक्यूएसी सेल द्वारा एवं नैक प्रायोजित दो दिवसीय अंतर्विषय के ऊपर राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन हुआ | समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह उपस्थित हुए | विशिष्ट अतिथि के रूप में उधोगपति सीइओ करन चौधरी और मुख्य वक्ता के रूप में भारत सरकार के मास्टर ट्रेनर डॉ आई जे मित्तल मौजूद रहे |
एमडीयू रोहतक के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह ने कॉलेज प्राचार्य डॉ सतीश आहूजा व् डी ए वी शताब्दी कॉलेज की प्रशंसा करते हुए डी ए वी को विश्वद्यालय के बेहतरीन संस्थाओ में से एक बताया | कॉलेज द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में चुने गए विषय पर चर्चा करते हुए कुलपति ने कहा की वर्त्तमान परिपेक्ष्य में विभिन्न विषयों के ऊपर शोध के द्वारा महतापूर्ण बदलाव लाया जा रहा है | राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न राज्यों से आये शोधकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हुए सामाजिक, वैज्ञानिक व् पर्यावरण के बदलाव में उनके योगदान कि सराहना करते हुए कहा कि शोध के मध्यम से राष्ट्र नवनिर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाया जा रहा है |
प्राचार्य डॉ सतीश आहूजा ने बताया कि राष्ट्रीय संगोष्ठी को भाषा, विज्ञान और प्रबंधन के क्षेत्र में हुए परिवर्तनशील शोध के निष्कर्षों को शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक प्रयोग को जानने के उद्देश्य से आयोजित किया गया | साथ ही संगोष्ठी के माध्यम से प्रबंधन, भाषा एवं साहित्य के वर्ग में हुए नवीन व प्रचलित विषयों को शामिल कर शोध के क्षेत्र में उनके व्यवहरात्मक प्रयोग पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया |
राष्ट्रीय संगोष्ठी में शोध पत्रों के माध्यम से ग्रीन फाइनेंस, ग्रीन मार्केटिंग, एम् कॉमर्स, जीएसटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नॉलेज मैनेजमेंट सिस्टम, फाइनेंस लिटरेसी, इ मार्केटिंग, महिला उधमशीलता एवं पर्यटन के माध्यम से उद्दामिता जैसे वर्तमान विषयों पर शोध पत्रों के निष्कर्षों की चर्चा की गयी | इस संगोष्ठी में भारत के अलग-अलग राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, सिक्किम से आए हुए विद्वानों ने भाग लिया | राष्ट्रीय संगोष्ठी में कुल 267 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमे 203 ने अपने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये |
दूसरे दिन तृतीय सत्र विज्ञान थीम पर तीन अलग-अलग चरण कंप्यूटर विज्ञान, फिजिक्स, और केमिस्ट्री विषय पर 88 प्रतिभागियों ने भाग लिया और 67 ने शोध पत्र प्रस्तुत किए | इस सत्र की अध्यक्षता प्रथम चरण में एमडीयू रोहतक के प्रोफेसर डॉ आर एस छिल्लर, द्वितीय चरण में एमआरआईआईआरएस फरीदाबाद के प्रोफेसर डॉ डीके शर्मा और तृतीय चरण में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी दिल्ली से शैफ अली चौधरी की |अंतिम सत्र की अध्यक्षता एमिटी यूनिवर्सिटी नॉएडा के सेंटर फॉर इंटरपेनॉर डेवलपमेंट की हेड नीलम सक्सेना ने किया |
प्राचार्य डॉ सतीश आहूजा ने सफल आयोजन के लिए संयोजिका डॉ सुनीति आहूजा, संयोजक मुकेश बंसल, अरुण भगत, कार्यकारी सचिव डॉ रूचि, डॉ जितेंदर ढुल्ल, डॉ अंकुर, मीनाक्षी हूडा, अंकिता रंजन, ललिता ढींगरा को बधाई दी | संयोजक मुकेश बंसल द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी और अंत में संयोजक अरुण भगत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया |